आंध्र प्रदेश में पति के कर्ज न चुकाने पर महिला को पेड़ से बांधा गया

Woman was Tied to a Tree as her Husband
यह घटना कुप्पम विधानसभा क्षेत्र आंध्र में एक महिला को पेड़ से बांध दिया गया *
( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
अमरावती : Woman was Tied to a Tree as her Husband: (आंध्र प्रदेश) के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू विधानसभा क्षेत्र कुप्पम के ग्राम तीम्मपुरम जिसमें एक महिला को उसके पति द्वारा लिए गए ऋण को न चुकाने पर पेड़ से बांधकर पीटा गया।
यह घटना सोमवार को कुप्पम विधानसभा क्षेत्र में घटी, जिसका प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री अपने गृह जिले चित्तूर में हैं।
महिला को कथित तौर पर एक पेड़ से बांध दिया गया और गंभीर रूप से उसने मीडिया के सामने बताया कि कपड़े भी उतार रहे थे गंभीर रूप से मारपीट किया गया
महिला ने घटना बताया कि उसका पति थिम्मारायप्पा मुनिकनप्पा नामक व्यक्ति से लिया गया ऋण चुकाने में विफल रहा था।
कर्ज का बोझ न उठा पाने के कारण रोजगार की व्यवस्था बनाए रखने के लिए दूसरे जगह परिवार को स्थानांतरण किया और वहां जीविकोपार्जन कर रहे थे लेकिन अपने बच्चों को तीमापुर में ही पढ़ाया रहा जा रहा था थिम्मारायप्पा ने कथित तौर पर गांव छोड़ कुछ दिन पहले छोड़ दिया ।
इसके बाद मुनिकनप्पा और उसके परिवार के सदस्यों ने बकाया राशि के लिए पूछने पर कुछ समय बाद चुकाएंगे कहती रही लेकिन उनकी बात नहीं मानी और उसे घसीट से ले गए और पेड़ से बांध दिया अब कहने लगे तुम्हारा पैसा देने के बाद ही स्पीड से रस्सी खोलेंगे वरना ही मर जाना कहा इतनी क्रूरता कि अड़ोस पड़ोस के गांव पुलिस को सूचना देना पड़ा
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पीड़िता के प्रति क्रूर व्यवहार के जब खबर लगी तत्काल पुलिस को सूचित कर उसे गिरफ्तार करने का आदेश दिया लेकिन तब तक सारा कुछ हो चुका था उसकी संस्कारिक परिवार सड़क में लाने के लिए पूरे गांव के लोग मौन थे यह दुर्भाग्य की बात है कहा उसे महिला ने
मुख्यमंत्री के आदेश आने के बाद ही पुलिस ने सोमवार को मुनिकप्पा, उनकी पत्नी मुनेम्मा, उनके बेटे राजा और बहू जगदेश्वरी को गिरफ्तार कर लिया।
सीएम नायडू ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। उन्होंने जिला अधिकारियों से पीड़ित परिवार के साथ खड़े रहने और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने को भी कहा।
पुलिस के अनुसार, थिम्मारायप्पा ने मुनिकप्पा से 80,000 रुपये का कर्ज लिया था। कर्ज चुकाने में असमर्थ होने के कारण वह गांव छोड़कर चला गया। उसकी पत्नी सिरीशा केंचनबल्ला गांव में अपने माता-पिता के घर पर रह रही थी और अपने बेटे की देखभाल के लिए बेंगलुरु में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम कर रही थी।
सोमवार को वह अपने बेटे का ट्रांसफर सर्टिफिकेट लेने के लिए नारायणपुरम आई थी। जब मुनिकाप्पा को इस शहर में आई है बारे में पता चला तो उसकी पत्नी और अन्य रिश्तेदारों ने उसके पति द्वारा लिए गए कर्ज को लेकर उससे काफी बहस सरेआम सड़क में मां-बाप की गालियां दी और मारना पीटना चालू किया जब महिला ने कहे कि मेरे पति घर पर नहीं है आने के बाद मैं चुकाने के बारे में अच्छा बाद आऊंगी खाने के बाद भी वे चुप नहीं थे और उसके आते तक तुमको पेड़ से बांधकर रखेंगे कहकर घसीटते हुए ले गए और सड़क किनारे एक पेड़ में बांध दिया और मारना पीटना जारी रखते हो मुंह के ऊपर थूक भी डाला ।
दुर्भाग्य की बात है कि यह मुख्यमंत्री का स्वयं विधानसभा क्षेत्र हैऔर इस इस ग्राम में मुख्यमंत्री के जाति बिरादरी लोग ज्यादा रहनेके वजह से कोई कानून और अपराध से डरता नहीं है उन्होंने उनको यह भरोसा है कि मुख्यमंत्री हमें बचा लेंगे इस तरह के उनके जाति बिरादरी के गांव में अत्यधिक अपराध भी हुए हैं और उसे पर कोई बहस करने को तैयार नहीं अंत में इस महिला को ले जाकर सड़क किनारे पेड़ पर बांध और मारा पीटा बढ़ने के बाद भी शारीरिक पीड़ा देते रहे इस जमाने में यह एक दुर्भाग्य घटना है जब तक पड़ोस गांव वाले इस मामले को आगे नहीं बढ़ाई किसी को पता ही नहीं था
घटनाक्रम इस तरह हुआ कि जैसे
उन्होंने उसे पकड़ लिया और पेड़ से बांधकर उसके बेटे के सामने ही उसकी पिटाई कर दी।
सूचना मिलते ही पुलिस गांव पहुंची और सिरीशा को बचाया। उसकी शिकायत पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस ने तेलुगू देशम पार्टी ( टीडीपी ) के सदस्य बताए जा रहे मणिकप्पा , उनकी पत्नी और अन्य को गिरफ्तार कर लिया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इसमें मुनेम्मा को सिरिशा को थप्पड़ मारते और पीटते हुए दिखाया गया है, जबकि गांव वाले उसे रोकने की कोशिश कर रहे थे।